शिव हैं आदि योगी आदि योगी से है योग योग करने वालों से दूर सदा रहता है रोग। शिव हैं आदि योगी आदि योगी से है योग योग करने वालों से दूर सदा रहता है रोग।
अपने से अपने की पहचान कराना ही है सत्य ज्ञान। अपने से अपने की पहचान कराना ही है सत्य ज्ञान।
भूतवन बैतलवन होरी खेले तू कहा भोला भंगिया पिये ना जा। भूतवन बैतलवन होरी खेले तू कहा भोला भंगिया पिये ना जा।
ये कविता गुरु द्वारा शिष्य को प्रदान की गयी शिक्षा पर आधारित है... ये कविता गुरु द्वारा शिष्य को प्रदान की गयी शिक्षा पर आधारित है...
मौन भी आगाज़ है मौन भी आवाज़ है। मौन भी आगाज़ है मौन भी आवाज़ है।
बोलने के नहीं मैं, काबिल ही छोडूं। मुंह जाके उन्हीं का, सिल आऊंगा।। बोलने के नहीं मैं, काबिल ही छोडूं। मुंह जाके उन्हीं का, सिल आऊंगा।।